Mount Abu Hill Station Tourist Places In Hindi Informetione माउंट आबू की जानकारी हिंदी में

Mount Abu Top 10 Tourist place In Hindi :- माउंट आबू राजस्थान के सिरोही जिल्ले में स्थित उदयपुर से 185 किलोमीटर दूर हरी-भरी पहाड़ियों के बीच में बसा एक खूबसूरत हिलस्टेशन है। माउंट आबू  राजस्थान का एकमात्र लौता हिल स्टेशन है। जो अरावली पहाड़ियों में सबसे ऊंची चोटी 1220 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। माउंट आबू  राजस्थान और गुजरात के साथ सीमा साझा करता है। इसीलिए माउंट आबू में ज्यादातर मंदिर गुजरात शैली में बने है। माउंट आबू भारत के बेस्ट हनीमून डेस्टिनेशन में से एक है आज इस आर्टिकल में हम माउंट आबू घूमने की जानकारी एवं माउंट आबू के खूबसूरत पर्यटन स्थलो के बारे में जानकारी देंगे। 

माउंट आबू अरावली पर्वत श्रेणी में सर्वोच्च शिखर  माउंट आबू जैन अनुयायियों का प्रमुख धर्म स्थान है जो दक्षिण में स्थित ऊंची-ऊंची पहाड़ियों मैं बसरा ए हिल स्टेशन अपने ठंडे मौसम और हरी-भरी हरियाली के लिए देश भर में जाना जाता है। माउंट आबू पश्चिमी घाट के वर्षा वन जंगल और पहाड़ों के बीच में बसा एक हिल स्टेशन है। पुराने समय में राजा महाराजा और अंग्रेजों का पसंदीदा प्राकृतिक पर्यटन स्थल माउंट आबू वर्तमान समय में देश-विदेश के सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है आज  राजस्थान का यह स्थान बेस्ट हनीमून डेस्टिनेशंस के लिए प्रख्यात है।

माउंट आबू अपने पौराणिक इतिहास, प्राचीन पुरातात्विक स्थानों और यहां का अद्भुत मौसम के कारण माउंट आबू राजस्थान के पर्यटन आकर्षणों में सबसे आगे है। यहां पर अधिकांश सैलानियों गर्मियों के मौसम में और वर्षाऋतु के दौरान यहां पर प्रतिवर्ष हजारों सैलानी और भक्तों की भीड़ रहती है।

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Mount Abu Hill Station rajesthan
Mount Abu Hill Station 

माउंट आबू मैं घूमने की जानकारी - Information About Visiting Mount Abu In Hindi 

माउंट आबू में घूमने के लिए सैलानी को गवर्नमेंट बस, टैक्सी और ऑटो, स्कूटी और बाइक के सहारे माउंट आबू के सारे पर्यटन स्थल घूम सकते हैं। 

माउंट आबू में घूमने के लिए यहां पर आपको सुबह बस स्टैंड से गवर्नमेंट बस मिल जाएगी जो शाम को आपको माउंट आबू के सारे पर्यटन स्थल घुमाकर के वापस बस स्टैंड पर छोड़ देगे।

अन्यथा सैलानी माउंट आबू में टैक्सी और ऑटो के सहारे घूमने के लिए माउंट आबू नक्की लेक के आसपस कई सारे टैक्सी और ऑटो मिल जाएगी कुछ निर्धारित रेंट के हिसाब से माउंट आबू के कुछ पर्यटन स्थलों पर घुमा कर वापस नक्की लेक तक छोड़ देंगे।

अगर सैलानी माउंट आबू घूमने के साथ साथ यहां के प्राकृतिक सुंदरता और पर्यटन स्थलों पर ज्यादा टाइम बिताना चाहते हैं तो उनके लिए स्कूटी और बाइक बेस्ट साबित होता है। स्कूटी और बाइक माउंट आबू में घूमने के लिए सबसे कंफर्टेबल है। स्कूटी और बाइक नक्की लेक के पास में कई सारे स्कूटी और बाइक स्टैंड मौजूद है वहां से आप स्कूटी या फिर बाइक रेंट पर ले सकते है। स्कूटी और बाइक पर डे ₹500 से ₹1000 में आसानी से मिल जाएगी। जिसके माध्यम से आप माउंट आबू के सारे पर्यटन स्थल और माउंट आबू में घूमने का आनंद ले सकते हैं। बाइक या फिर स्कूटी के द्वारा माउंट आबू में घूमने के लिए सैलानी के पास खुद का लाइसेंस और आधार कार्ड होना आवश्यक है।

माउंट आबू में रुकने के लिए होटल्स यहां रूम नक्की लेक के आसपास ही बुकिंग करवाएं ताकि माउंट आबू के सारे पर्यटन स्थल घूमने में आसानी हो सके क्योंकि माउंट आबू के सारे पर्यटन स्थल नक्की लेक के इर्द-गिर्द और कुछ दूरी पर स्थित है। नक्की लेक के आसपास रुकने खाने पीने की सारी सुख सुविधाएं ट्रांसपोर्ट और शॉपिंग की भी सुविधाएं अवेलेबल है।


माउंट आबू में घूमने लायक 10 खूबसूरत पर्यटन स्थल - Best Tourist Places In Mount Abu In Hindi 

माउंट आबू में घूमने और देखने लायक खूबसूरत पर्यटन स्थलों में धार्मिक, प्राकृतिक, ऐतिहासिक, न्यू पर्यटन स्थल, पौराणिक, स्थलों मौजूद है। जहां पर सैलानी घूमने साल में कभी भी जा सकते हैं। माउंट आबू में छोटे बड़े यंग और बसों के लिए घूमने लायक और स्पोर्ट्स एक्टिविटीज के लिए सारी सुविधाएं अवेलेबल है।  माउंट आबू के 10 खूबसूरत पर्यटन स्थलों की जानकारी आगे पोस्ट में दी गई है।


0.1 - दिलवारा जैन मंदिर ( देलवाड़ा जैन मंदिर ) - Dilwara (Delwada) Jain Temple Mount Abu Tourist Places 

दिलवारा 5 जैनतीर्थ स्थल मंदिर के समूह को दिलवारा कहा जाता है। चालुक्य शैली में बने दिलवारा जैन मंदिर माउंट आबू से तकरीबन 1.5 किलोमीटर की दूरी पर हरी-भरी अरावली पहाड़ियों के बीच में खूबसूरत जैनतीर्थ स्थल का अद्भुत समूह स्थित है। इस मंदिर का निर्माण तकरीबन 11वीं और 13वीं शताब्दी के बीच वास्तु पाल तेजपाल और गुजरात के राजा विमल वसाई का द्वारा करवाया गया था।

जैनतीर्थ स्थल यह मंदिर संगमरमर से बने इस खूबसूरत मंदिरो को मुगल और अन्य बाहरी आक्रमण के वजह से इस पांचों मंदिर को बाहर की तरफ से एकदम साधारण और अंदर की तरफ से दीवारों, मोहराबो, छत और स्तंभों पर सुंदर नक्काशी फूल पत्तियों पशु पंछी लता के बने तोरण स्तंभ पर खूबसूरत शिल्पकारी बहुत बारीकी से काम करवाया गया है जो आज शिल्पकार का अद्भुत और जटिल नमूना है।

दिलवारा के जैन मंदिर केवल राजस्थान मैं ही नहीं बल्कि पूरे भारत में विख्यात है। इस मंदिरों का निर्माण ताजमहल के पहले करवाया गया था। दिलवारा के जैन टेंपल को ताजमहल केेेे बाद दूसरा सबसे खूबसूरत स्मारक माना जाता है। और मंदिर को राजस्थान का ताजमहल कहां जाता है।

इन मंदिरों में सबसे पुराना मंदिर आदिनाथ मंदिर है मंदिर में स्थित भगवान आदिनाथ की आंख असली हीरे की है और पूरे शरीर में बहुमूल्य आभूषण से सुशोभित है। 

  • Dilwara Jain Temple Mount Abu
    Dilwara Jain Temple 

  • 1. पहेला मंदिर इस मंदिर का निर्माण 100AD मैं गुजरात के शासक विमल वसाई के द्वारा  करवाया गया था। इसीलिए इस आदिनाथ मंदिर को "विमल वसाई मंदिर" के नाम सेे भी जाना जाता है। जो अपनी खूबसूरत शिल्पकारी छत और घुबंद के लिए विख्यात है।
  • 2. दूसरा प्रसिद्ध मंदिर भगवान नेमिनाथ जी का है। इस मंदिर को "लूनावसाईं मंदिर" के नाम से जाना जाता है। इस मंदिर का निर्माण वास्तुपाल और तेजपाल दोनों भाइयों द्वारा करवाया गया था। इस मंदिर को देवरानी और जेठानी  के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर अपनी वास्तुकला शिल्पकला के लिए प्रख्यात है। इस मंदिर में 360 से भी अधिक छोटी-छोटी मार्बल की खूबसूरत मूर्तियां है।
  • 3. तीसरा प्रसिद्ध मंदिर भगवान ऋषभदेवजी का है। इस मंदिर को पिक लेहर मंदिर के नाम से जाना जाता है।जिसका निर्माण गुजरात के विमल वसाई द्वारा करवाया गया था। वास्तुकला  शिल्पकला और डिजाइनिंग के लिए फेमस इस मंदिर में भगवान ऋषभदेव जी की 108 मन की धातु की मूर्ति स्थापित है। ज्यादातर यहां पर पीतल की मूर्तियां स्थापित है।
  • 4. चौथा खूबसूरत मंदिर पार्श्वनाथ जी काे अर्पित है। जिसे मांडीका वंश ने तकरीबन 1459 इसवी मैं बनवाया गया था। यह मंदिर दिलवाड़ा के मंदिरों में सबसे बड़ा मंदिर है।
  • 5. पांचवा और आखिरी मंदिर भगवान महावीर स्वामी को अर्पित है। इस मंदिर का निर्माण लगभग 1582 में हुआ है। यहां पर नजदीक में खूबसूरत कांच का मंदिर है जो आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर है। जो बहुत ही खूबसूरत और अद्भुत है। पांचों मंदिर को बनाने में तकरीबन 14 साल लगे थे


0.2 - नक्की लेक माउंट आबू का फेमस पर्यटन स्थल - Nakki Lake Mount Abu Famous Tourist Places In Hindi 

नक्की लेक माउंट आबू के मुख्य पर्यटन स्थल और  मुख्य आकर्षणकेंद्र है। जो तकरीबन 1200 फिट की ऊंचाई पर स्थित एक मानव निर्मित खूबसूरत झील है। नक्की लेक माउंट आबू की सेंटर में 2.5 किलोमीटर मैं फैली हरी-भरी पहाड़ियां और खजूर के पेड़ से घीरी हुई है। नक्की झील को प्रेम का प्रतीक माना जाता है। झील में पानी के अंदर आर्टिफिशियल फुआरे चारोंओर बगीचे और खूबसूरत गार्डन बनवाया गया है। नक्की लेक के किनारे परिक्रमा करने के लिए पगडंडी (Road) बनवाए गई है। इसी पगडंडि.(Road) से पर्यटक माउंट आबू के सारे पर्यटन स्थल पर घूमने जा सकते है जैसे कि, स्वामी विवेकानंद तपस्या स्थल, टोड रॉक, नक्की झील, अधर देवी मंदिर, गुरु शिखर, अचलगढ़ फोर्ट, सनसेट पॉइंट, लवर पॉइंट, हनीमून पॉइंट, इत्यादि स्थान देख सकते है।...

इस झील में पर्यटक बोटिंग का आनंद भी ले सकते है 1 व्यक्ति के ₹200 टिकट है। साथ-साथ आप इस झील में कई सारी गेमिंग का मजा भी ले सकते हो ₹50 की टिकट है।
इस झील के किनारे कई सारे होटल्स रेस्टोरेंट्स और शॉपिंग कर सकते है।
नक्की लेक की पौराणिक मान्यता के अनुसार इस झील को देवताओं ने नाखूनोंं से बनाया था इसीलिए झील का नाम नक्की लेक पड़ा है।
दूसरी मान्यता के अनुसार 5000 साल पहले माउंट आबू में रसिया बालम मजदूरी करने आया था तब उसे यहां कि राजकुमारी के साथ उनको प्रेम हो गया था। जब रसिया बालम ने कुंवारी कन्या केे माता-पिता को लग्न का प्रस्ताव दिया तब कुंवारी कन्या की मां ने एक शर्त रखी. बीना औजार के जो भी इस झील को एक रात में खोद दे तभी ओ उससे शादी उनके साथ करवाएगी। शर्त के मुताबिक रसिया बालम ने एक रात में झील बनाकर शर्त पूरी कर दी लेकिन कुंवारी कन्या की मां ने शादी से इंकार कर दिया। बाद में रसिया बालम और कुंवारी कन्या दोनों पत्थर के हो गये आज भी उसकी मूर्ति और मंदिर है।

Nakki lake
नक्की झील माउंट आबू
रसिया बालम की वजह से नक्की झील को प्रेम का प्रतीक  माना जाता है।


0.3 - टोड रॉक माउंट आबू पर्यटन स्थल - Toad Rock Mount Tousrist Places In Hindi 

टोड रॉक नक्की झील के समीप एक बड़ी पहाड़ी की चोटी पर एक बड़ा विचित्र आकार का पत्थर है। जिसे देखने पर मेडक जैसा प्रतीत होता है मानो की मेडक नक्की झील में छलांग लगाने वाला है। इस पत्थर की वजह से टोड रोक (Toad rock) नाम पड़ा है। टोड रॉक पत्थर की चोटी तक पहुंचने का रास्ता बहुत सुंदर और हरा भरा है ऊपर से पर्यटक नक्की झील और दूर दूर तक फैले हरे-भरे पहाड़ और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते है। यहां पर पर्यटक शांत माहौल में समय बिताना, वीडियोग्राफी, फोटोग्राफी, पर्वतारोहण, जैसी अन्य गतिविधियां कर सकते हैं।

पर्यटन टोड रॉक घूमने से पहले रास्ते में स्वामी विवेकानंद तपस्या स्थल प्राकृतिक खूबसूरत चंपा केव्स( campa caves ) देख सकतेे है।


0.4 - अधर देवी, अर्बुदा देवी  माउंट आबू का दर्शनीय स्थल - Adhar Devi( Arbuda Devi) Mount Abu Tourist Places 

अर्बुदा देवी मंदिर माउंट आबू से तकरीबन 3 किलोमीटर दूर स्थित एक पहाड़ी चट्टान की गुफा में है। यहां तक पहुंचने के लिए पर्यटक को पैदल तकरीबन 300 जितनी सीढ़ियां चढ़नी पढ़ती है। अर्बुदा देवी को अधर देवी भी कहा जाता है। क्योंकि यहां पर माताजी के होंठ गिरे थे( अधर यानी के होंठ ) यह मंदिर 52 शक्तिपीठों में से एक है। कहते हैं कि यह मंदिर तकरीबन 5500 साल पुराना है। इस मंदिर का उल्लेख वेदव्यास रचित स्कंद पुराण मैं भी मिलता है। नवरात्रि में प्रत्येक माह चतुर्दशी को यहां पर मेला होता है। अधर देवी माताजी परमार, पवार, आंजना ,चौधरी, इत्यादि गोत्र की कुलदेवी है।

मंदिर में गणेशजी, हनुमानजी, भैरवजी, अखंडधुणा और मंदिर के बाहर नीलकंड महादेव का मंदिर स्थित है। इस मंदिर के प्रांगण से पर्यटन यहां की खूबसूरत प्रकृति का आनंद ले सकते हैं।


0.5 - गुरु शिखर माउंट आबू पर्यटन स्थल - Guru Shikhar Mount Abu Tourist Places 

गुरु शिखर माउंट आबू से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित अरावली पर्वत श्रेणी का सबसे बड़ा पर्वत है। गुरु शिखर की ऊंचाई लगभग 1722 मीटर है। यहां से पर्यटक अरावली के पेड़ पौधे हरियाली की रेंज और माउंट आबू हिलस्टेशन की मनमोहक कुदरती सौंदर्य का दर्शन कर सकते हैं।

गुरु शिखर के ऊपर, माउंट आबू ऑब्जर्वेटरी, रिसर्च लाइब्रेरी टी, और त्रिदेव भगवान शिव, भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्मा, गुरु दत्तात्रेय भगवान का मंदिर एवं अखंड धुणा, चरण पादुका गुफा और यहां पर सन् 1411 इसवी का पुराना घंटा, अत्रि ऋषि जी का मंदिर, सती अनसूया माताजी का मंदिर मौजूद है। कहां जाता है कि इस पवित्र स्थान का दर्शन करने से चार धाम की यात्रा का पुण्य मिलता है।

Gurushikhar Mount Abu tourist places
Gurushikhar Mount Abu tourist places 

0.6 - अचलगढ़ फोर्ट माउंटआबू पर्यटन स्थल - Achalgharh Fort Mount Abu Tourist Places 

अचलगढ़ फोर्ट माउंट आबू से उत्तर की ओर 8 किलोमीटर की दूरी पर राजस्थान की सबसे ऊंचाई पर यह किल्ला स्थित है। इस किल्ले का निर्माण परमार वंश शासकों द्वारा बनवाया गया था। बाद में सन् 1452 इसवी मैंं इस किल्ले का पुनर्निर्माण करवाया था। आज यह किल्ला खंडहर हालत में है। यहांं से पर्यटक माउंटआबू का प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते है।

इस किल्ले के पास अचलेश्वर महादेव (Achleshwar Mahadev) का मंदिर है। अचलेश्वर मंदिर में भगवान शिव के अंगूठे की पूजा की जाती है। यहां पर पंचधातु की बहुत बड़ी नंदी विराजमान है। जिसका वजन तकरीबन 4 टन से अधिक है। मंदिर और नंदी का निर्माण नवमी शताब्दी मैं हुआ था। जब मुस्लिम शासक मोहम्मद बेगड़ा ने इस मंदिर पर आक्रमण किया था तब इस नंदी के एक पेैर मैं से भवरो के झुंड ने मोहम्मद बेगड़ा पर अटैक किया था। मंदिर के सामने एक बड़ा त्रिशूल है। कहा जाता है कि यह त्रिशूल मोहम्मद के बेगड़ा ने मंदिर को भेट के रूप में दिया था।

मंदिर के नजदीक खूबसूरत मंदाकिनी कुंड है। इस कुंड के किनारे आकर्षित 3 भैंसों की बड़ी प्रतिमा है।

Achalghart Fort Mount Abu
Achalghart Fort Mount Abu 

0.7 - माउंटआबू वाइल्डलाइफ सेंचुरी - Mount Abu wildlife sentury In Hindi 

माउंट आबू वाइल्डलाइफ सेंचुरी एकमात्र अभ्यारण है जो अरवल्ली के पहाड़ियों पर स्थित है। जिसका कुल क्षेत्रफल 288 किलोमीटर मैं फैला है। इस अभ्यारण की स्थापना सन् 1960 मैं की गई थी। माउंट आबू वर्ल्ड लाइफ सेंचुरी जो जाना जाता है यहां की अलग किस्मो की प्रजाति के लिए माउंट आबू वन्यजीव अभ्यारण उष्णकटिबंधीय जंगलों  कोई सारी वनस्पति और जीव का निवास स्थान है।

यहां लगभग 820 जीतने अलग प्रकार के पौधे पाए जाते हैं।जिसमें से " टिकल पटेरा आबू एनसीएस घास " पूरे विश्व में एकमात्र यहां पर ही पाए जाते हैं। खूबसूरत देसी और विदेशी मेहमान पक्षियों की तकरीबन 250 जीतनी प्रजातियांं पाई जाती है। इसके अलावा कलरफुल " छिपकली " इक्यूलू फ्यूरियस " भी पाए जाति हैं।

जहां पर जानवर की बात करें तो जंगली रीछ, टेंडवा, जंगली सूअर, सांभर, सिंकारा, गीदड़, भारतीय कस्तूरी बिलाव इत्यादि जंगली जनावर देख सकते है।

माउंट आबू का यह खूबसूरत पर्यटन स्थल प्रकृति प्रेमी के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है। पर्यटक को यहां पर घूमना एक अलग ही एहसास और एक्सपीरियंस होता है। माउंट आबू माउंट आबू का प्रमुख आकर्षण का केंद्र है।


0.8 - मोगली लैंड माउंट आबू न्यू पर्यटन स्थल - Mowgli Land New Tourist Attraction 

माउंट आबू के नजदीक एक अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य के माहौल में नया पर्यटन स्थल मिला है। मोगली लैंड माउंट आबू में अभी कुछ ही समय पहले आरन गांव से तकरीबन 800 मीटर की दूरी पर जंगल में पुरानी सभ्यता के अवशेषों मिल आए हैं। माउंट आबू के वन अधिकारियों के एक समूह को स्थान की खुदाई के दौरान कई सारे प्राचीन बर्तन और इट मिली है। ऐसा अनुमान लगाया गया है कि यह अवशेष 1000 सालों से भी ज्यादा पुराना है, जो  उस समय यह स्थान यात्रियों के लिए आराम करने की जगह हुआ करती थी।
अब इस क्षेत्र को पर्यटन स्थान के रूप में विकसित किया गया है। इस स्थान को मोगली लैंड के नाम से पहचाना जाता है क्योंकि जंगल का यह स्थान रुडयार्ड किपलिंग की प्रसिद्द पुस्तक "द जंगल बुक" के चित्र से मिलता जुलता है। इस प्रसिद्ध पुस्तक में मुख्य किरदार मोगली था इसीलिए इस क्षेत्र को मोगली लैंड के नाम से पहचाना जाता है।
Mowgli Land mount Abu
Mowgli Land mount Abu 

0.8 - माउंट आबू ट्रैकिंग एंड कैंपिंग Mount Abu Trekking And Camping Tourism In Hindi 

अगर पर्यटक को माउंट आबू की प्राकृतिक खूबसूरती देखनी है तो इसके लिए ट्रैकिंग एंड कैंपिंग बेस्ट है। माउंट आबू की खूबसूरती जंगली झाड़ियों और पहाड़ों के बीच में छिपी हुई है।

यहां पर पर्यटक रो-क्लाइमिंग, रेपलिंग, नाइट कैंपिंग, माउंट आबू ट्रैकिंग-कैंपिंग के जरिए पर्यटक यहां के लोकल एडवेंचर और स्थानीय आदिवासी संस्कृति का आनंद भी ले सकते हैं।


0.9 ब्रम्हाकुमारी पीस पार्क माउंट आबू पर्यटन स्थल - Brahmakumari Peace Park Mount Abu Tourist Places 

ब्रह्माकुमारी पीस पार्क माउंट आबू से तकरीबन 8 किलोमीटर की दूरी पर गुरु शिखर और असलगढ़ की दो बड़ी चट्टानों के बीच में स्थित है। ब्रह्माकुमारी पीस पार्क को जाना जाता है मेडिटेशन, योगा, प्रार्थना, एवं शांति के लिए। यहां पर मेडिटेशन के लिए अलग से पार्क भी मौजूद है। जहां पर शांति से आप मैडिटेशन कर सकते है। यहां पर ओम शांति भवन में आप योगा, आध्यात्मिक, शांति मेडिटेशन, लिए जाना चाहता है। यहां पर एक बहुत बड़ा हॉल बनवाया गया है जिसमें तकरीबन 16 लैंग्वेज ट्रांसलेट के साथ 5000 सीट की कैपेसिटी है।


10 - गवर्नमेंट म्यूजियम माउंट आबू  पर्यटन स्थल - Government Museum Mount Abu Tourist Places 

अगर आप माउंट आबू आते हो तो यहां का गवर्नमेंट म्यूजियम जरूर जाए इस म्यूजियम की स्थापना 1962 में हुई है।

इस म्यूजियम में आप कहीं सारी पुरानी चीज वस्तु देख सकते हो जैसे कि पुरानी पेंटिंग, हथियार, सिक्के, मूर्तियां, चेन, कांचे, पीतल की मूर्तियां, डिश, शिलालेख, ताम्रपत्र, इत्यादि पुरानी चीज वस्तु देख सकते हो।

इस म्यूजियम में सिरोही डिस्ट्रिक्ट (जिल्ला) की मूल सभ्यता यानी कि चंद्रावती सभ्यता अवशेष रखे गए हैं। जिसमें मूर्तियां और अन्य सारी वस्तुएं रखी गई है।

इसके अलावा आप माउंट आबू मैं अन्य स्थानों पर भी जा सकते हैै।


11 - Mount Abu Sunset Point, lovers point

सनसेट पॉइंट अत्यंत खूबसूरत और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर माउंट आबू से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां पर सैलानी वीडियोग्राफी फोटोग्राफी के साथ साथ यहां से थोड़ी दूरी पर दूरी पर स्थित अरावली पर्वतों की श्रंखला के दृश्य देखने का आनंद भी ले सकते हैं। इसके अलावा संसद व्यूप्वाइंट से माउंट आबू शहर का खूबसूरत नजारा देखने लायक है।


12 - Mount Abu honeymoon point

हनीमून प्वाइंट सनसेट पॉइंट से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित खूबसूरत व्यूप्वाइंट है। यहां पर से तो पहाड़ी कुछ इस तरह से खड़ी है कि जैसे मानो कोई कपल बैठकर एक दूसरे के कंधे पर सिर रखकर अरावली पर्वत श्रेणी श्रंखला के खूबसूरत दृश्य निहार रहे। इसी वजह से इस क्षेत्र का नाम हनीमून प्वाइंट पड़ा है। मॉनसून के सीजन में यहां के दृश्य काफी अद्भुत नजर आते हैं। 

हनीमून प्वाइंट व्यू हनीमून कपल्स और प्रेमी जोड़ों के लिए एक खास जगह है।

• Gaumukh Temple

• Mount Abu Shankar Math

• Lal Mandir Somnath Mandir

• Rishikesh Temple Mount Abu

• Raghunath Temple


13 - माउंट आबू घूमने का सही समय - Best Time To Visit In Mount Abu 

माउंट आबू में वैसे तो आप कभी भी जा सकते हो लेकिन मैं जून में यहां पर समर फेस्टिवल मनाया जाता है तब यहां का टेंपरेचर15 से 25 सेल्सियस के बीच में रहता है।

दिसंबर में विंटर फेस्टिवल मनाया जाता है। विंटर में 7 से 12 डिग्री सेल्सियस टेंपरेचर रहता है। माउंट आबू के प्राकृतिक सौंदर्य के साथ आप यहां की संस्कृति, सभ्यता, कल्चर,कला, डांस,नाइटलाइफ, इत्यादि देखने के शौकीन है तो यह टाइम आपके लिए बेस्ट है। 


14 - माउंटआबू में रुकना और खाना-पीना

माउंट आबू में रुकने के लिए यहां का सबसे प्रसिद्ध स्थान हे नक्की लेक, नक्की लेक के आसपास कहीं सारी 5 स्टार एवं 3 स्टार होटल और रिसोर्ट मिल जाएगी जो आप ऑनलाइन एप ऑफलाइन बुक करा सकते हो, अगर आपको होटल बुक करानी है तो सबसे बेस्ट होटल आपको नक्की झील के किनारे मिल जाएंगे,

नीचे दी गई लिंक पर आप माउंट आबू में होटल ऑनलाइन बुकिंग (hotel online booking) करवा सकते है।


1.www.tripadvisor.in/Hotel_Mount_Abu_Sirohi_District_Rajasthan

2.www.goibibo.com/mount abu hotels

खाने पीने के बात करे तो माउंट आबू देश के मुख्य पर्यटन स्थलों में से एक है इसीलिए यहां पर आपको अलग-अलग व्यंजन के खाने मिल जाएंगे, यहां का प्रसिद्ध दाल बाटी चूरमा, कचौरी, पकौड़े, लच्छी, घेबर, इत्यादि


15 - माउंट आबू कैसे पहुंचे - How To Reach In Mount Abu 

रोड मार्ग:- माउंट आबू राजस्थान और अन्य राज्यों के साथ जुड़ा हुआ है माउंट आबू पहुंचने के लिए यहां पर दिल्ली हरियाणा गुजरात महाराष्ट्र से सरकारी एवं वोल्वो बस मिल जाएगी बस स्टैंड से माउंट आबू 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है वहां तक पहुंचने के लिए बस स्टैंड से या तो आबू रोड जंक्शन से टू व्हीलर फोर व्हीलर स्कूटी इत्यादि रेंट पर ले सकते हैं।

• रेलवे मार्ग:- यहां का सबसे नजदीकी जंक्शन आबूरोड है। तो माउंट आबू हिल स्टेशन से तकरीबन 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां सेे पर्यटक बस या फिर शेयरिंग टैक्सी केे सहार माउंट आबू हिल स्टेशन तक आसानी से पहुंच सकता है। जो देश के अन्य बड़े शहरों के साथ जुड़ा हुआ है

यहां पर दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई, बीकानेर, मैसूर, बांद्रा, बरेली, अहमदाबाद, भुज ,हरियाणा, पुणे, दादर, इत्यादि शहरों से ट्रेन आती है।


• हवाई मार्ग:- अगर पर्यटक हवाई मार्ग के जरिए आना चाहतेेे हैं तो यहांं का सबसे से नजदीकी हवाई अड्डा उदयपुर और जयपुर है। अन्यथा माउंट आबू पहुंचने के लिए अहमदाबाद एयरपोर्ट से भी आ सकतेे हैं। उदयपुर यहां से 185 किलोमीटर दूर है अहमदाबाद यहां से 233 किलोमीटर दूर है।

इसे भी देखें......

1. Polo Forest Park Vijay Nagar forest      Gujarat


2. Saputara Hills Station Gujarat



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